विजन (Vision)

भारत को एक सनातन-प्रधान, आत्मनिर्भर और समृद्ध राष्ट्र बनाना, जहाँ आध्यात्मिकता, संस्कृति और आधुनिक विकास का संतुलित समावेश हो। समाज में समानता, न्याय और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देना, जिससे भारत विश्वगुरु के रूप में पुनः स्थापित हो सके।

मिशन (Mission):

  • सनातन संस्कृति की रक्षा:
    भारतीय संस्कृति, परंपराओं और धार्मिक मूल्यों को संरक्षित और प्रचारित करना।
  • शिक्षा एवं संस्कार: नई पीढ़ी को भारतीय शिक्षा प्रणाली और नैतिक मूल्यों से जोड़ना, जिससे वे आत्मनिर्भर और संस्कारी नागरिक बनें।
  • राष्ट्रवाद को बढ़ावा: देश की संप्रभुता, सुरक्षा और अखंडता को प्राथमिकता देना और राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखना।
  • आर्थिक विकास: स्वदेशी उद्योगों, कृषि और नवीन तकनीकों को बढ़ावा देना, जिससे भारत आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सशक्त बन सके।
  • सामाजिक न्याय: समाज के हर वर्ग को समान अवसर प्रदान करना और वंचित वर्गों के उत्थान के लिए नीतियाँ बनाना।
  • पर्यावरण संरक्षण: प्राकृतिक संसाधनों का सतत् उपयोग और पर्यावरण संरक्षण के लिए ठोस कदम उठाना।
  • सशक्त शासन प्रणाली: पारदर्शी, उत्तरदायी और भ्रष्टाचार-मुक्त प्रशासन स्थापित करना।
  • मूल्य (Values):

    सनातन धर्म सर्वोपरि – सभी नीतियों और कार्यों में सनातन धर्म की प्राथमिकता।
    राष्ट्रप्रेम – भारत की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए समर्पण।
    सद्भावना और एकता – समाज के सभी वर्गों के बीच भाईचारे और एकता को बढ़ावा देना।
    ईमानदारी और पारदर्शिता – शासन और सामाजिक कार्यों में नैतिकता और जवाबदेही बनाए रखना।
    सेवा भाव – जनता की सेवा करना और जनकल्याण को प्राथमिकता देना।