राष्ट्रीय नारायणवादी विकास पार्टी

सनातन धर्म सर्वोपरि

सनातनी भारत

"जो कभी न बदले, जो सदा से है और सदा रहेगा।"

🕉️
* जहाँ धर्म, करुणा, और सत्य का पालन हो *
* जहाँ वेदों, पुराणों, उपनिषदों, और गीता जैसे ग्रंथों का सम्मान हो *
* जहाँ योग, ध्यान, और आध्यात्मिकता जीवन का अंग हो *
* जहाँ प्रकृति और सभी प्राणियों के प्रति सह-अस्तित्व की भावना हो *
* जहाँ राम, कृष्ण, शंकर, बुद्ध, और महावीर जैसे महापुरुषों की शिक्षाएँ जीवन का मार्गदर्शन करें *

सहयोगी मंडल

"राष्ट्र प्रथम, जनसेवा सर्वोपरि!"

Slide 1

पंडित नारायण दत्त तिवारी

जन्म: 18 अक्टूबर 1925, बल्यूट, नैनीताल, उत्तराखंड नारायण दत्त तिवारी भारतीय राजनीति के प्रमुख नेताओं में से एक थे। वे उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और केंद्र में कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों का कार्यभार भी संभाल चुके हैं। वे भारतीय राजनीति में अपनी कुशल प्रशासनिक क्षमताओं और विकासशील नीतियों के लिए जाने जाते हैं।

Slide 2

डॉ. शंकर दयाल शर्मा

जन्म: 19 अगस्त 1918, भोपाल, मध्य प्रदेश डॉ. शंकर दयाल शर्मा भारतीय राजनीति के एक सम्मानित नेता थे, जिन्होंने भारत के 9वें राष्ट्रपति (1992-1997) और 8वें उपराष्ट्रपति (1987-1992) के रूप में कार्य किया। वे एक प्रतिष्ठित शिक्षाविद, स्वतंत्रता सेनानी और कुशल प्रशासक थे।

Slide 3

प्रणब कुमार मुखर्जी

जन्म: 11 दिसंबर 1935, मिराती, पश्चिम बंगाल प्रणब मुखर्जी भारत के दसवें राष्ट्रपति (2012-2017) रहे। वे भारतीय राजनीति में एक अनुभवी और बुद्धिमान नेता माने जाते थे, जिन्होंने वित्त, रक्षा, विदेश और वाणिज्य जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों का नेतृत्व किया। वे कांग्रेस पार्टी के प्रमुख रणनीतिकारों में से एक थे और अपने प्रशासनिक कौशल के लिए प्रसिद्ध थे।

Slide 4

अर्जुन सिंह

जन्म: 5 नवंबर 1930, छतरपुर, मध्य प्रदेश अर्जुन सिंह भारतीय राजनीति के एक प्रमुख नेता थे, जो मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और भारत सरकार में विभिन्न मंत्रालयों के प्रमुख रहे। वे विशेष रूप से शिक्षा और सामाजिक न्याय के लिए अपनी नीतियों के लिए जाने जाते हैं।

Slide 5

राम नरेश यादव

जन्म: 1 जुलाई 1928, आजमगढ़, उत्तर प्रदेश राम नरेश यादव एक वरिष्ठ भारतीय राजनेता थे, जो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और मध्य प्रदेश के राज्यपाल के रूप में कार्य कर चुके थे। वे भारतीय राजनीति में किसानों और गरीबों के हितों की रक्षा के लिए जाने जाते थे।

Slide 6

शीला दीक्षित

जन्म: 31 मार्च 1938, कपूरथला, पंजाब शीला दीक्षित भारतीय राजनीति की एक महत्वपूर्ण नेता थीं, जिन्होंने दिल्ली की सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री (1998-2013) रहने का गौरव प्राप्त किया। वे अपने प्रशासनिक कौशल, दिल्ली के आधुनिकीकरण, और महिला सशक्तिकरण के लिए जानी जाती हैं।

PlayPause
previous arrow
next arrow

पंडित नारायण दत्त तिवारी

जन्म: 18 अक्टूबर 1925, बल्यूट, नैनीताल, उत्तराखंड नारायण दत्त तिवारी भारतीय राजनीति के प्रमुख नेताओं में से एक थे। वे उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और केंद्र में कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों का कार्यभार भी संभाल चुके हैं। वे भारतीय राजनीति में अपनी कुशल प्रशासनिक क्षमताओं और विकासशील नीतियों के लिए जाने जाते हैं।

डॉ. शंकर दयाल शर्मा

जन्म: 19 अगस्त 1918, भोपाल, मध्य प्रदेश डॉ. शंकर दयाल शर्मा भारतीय राजनीति के एक सम्मानित नेता थे, जिन्होंने भारत के 9वें राष्ट्रपति (1992-1997) और 8वें उपराष्ट्रपति (1987-1992) के रूप में कार्य किया। वे एक प्रतिष्ठित शिक्षाविद, स्वतंत्रता सेनानी और कुशल प्रशासक थे।

प्रणब कुमार मुखर्जी

जन्म: 11 दिसंबर 1935, मिराती, पश्चिम बंगाल प्रणब मुखर्जी भारत के दसवें राष्ट्रपति (2012-2017) रहे। वे भारतीय राजनीति में एक अनुभवी और बुद्धिमान नेता माने जाते थे, जिन्होंने वित्त, रक्षा, विदेश और वाणिज्य जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों का नेतृत्व किया। वे कांग्रेस पार्टी के प्रमुख रणनीतिकारों में से एक थे और अपने प्रशासनिक कौशल के लिए प्रसिद्ध थे।

अर्जुन सिंह

जन्म: 5 नवंबर 1930, छतरपुर, मध्य प्रदेश अर्जुन सिंह भारतीय राजनीति के एक प्रमुख नेता थे, जो मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और भारत सरकार में विभिन्न मंत्रालयों के प्रमुख रहे। वे विशेष रूप से शिक्षा और सामाजिक न्याय के लिए अपनी नीतियों के लिए जाने जाते हैं।

राम नरेश यादव

जन्म: 1 जुलाई 1928, आजमगढ़, उत्तर प्रदेश राम नरेश यादव एक वरिष्ठ भारतीय राजनेता थे, जो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और मध्य प्रदेश के राज्यपाल के रूप में कार्य कर चुके थे। वे भारतीय राजनीति में किसानों और गरीबों के हितों की रक्षा के लिए जाने जाते थे।

शीला दीक्षित

जन्म: 31 मार्च 1938, कपूरथला, पंजाब शीला दीक्षित भारतीय राजनीति की एक महत्वपूर्ण नेता थीं, जिन्होंने दिल्ली की सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री (1998-2013) रहने का गौरव प्राप्त किया। वे अपने प्रशासनिक कौशल, दिल्ली के आधुनिकीकरण, और महिला सशक्तिकरण के लिए जानी जाती हैं।
brij mohan das
सदस्य परिचय
विवरण दिखाएं
महंत श्री बृजमोहन दास जी
(संरक्षक मंडल के मुखिया)

महंत श्री बृजमोहन दास जी महाराज संसार के महान संत हैं। वे लाखों परिवारों के आदर्श और पूजनीय हैं। उन्हें विश्व के सबसे बड़े तीर्थ महाराज, अयोध्या के राजा, और श्री  दशरथगद्दी तीर्थ पीठाधीश्वर के नाम से जाना जाता है। यह तीर्थ अयोध्या धाम में स्थित है। उनके मठ और मंदिर न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में फैले हुए हैं।

महाराज जी राम और दशरथ के संबंधों को पिता-पुत्र के रूप में बहुत ही विस्तार से और भावपूर्ण ढंग से समझाते हैं। वे राम जन्मभूमि आंदोलन के महान नेता रहे हैं। वे गौ रक्षक, संत रक्षक, सनातन सूर्य और सनातन सम्राट के रूप में प्रतिष्ठित हैं। वे गांवों और गरीबों को अयोध्या से जोड़ते हैं, नारायणवादी विचारधारा के अंतर्गत — जैसे नारायणवादी विश्वविद्यालय की कल्पना खेत-खलिहानों तक ले जाकर।

महाराज जी हिंदुत्व की नींव को मजबूत करते हुए देश की छोटी-बड़ी प्रतिभाओं, कलाकारों को एकत्रित कर भजन कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं। इन्हीं भजनों के माध्यम से वे नारायणवादी विचारधारा से जुड़े लोगों को संगठित करते हैं और दिन-रात हिंदुत्व तथा सनातन धर्म के सशक्तिकरण के लिए कार्यरत रहते हैं।

हर दिन कहीं न कहीं रामलीला, दुर्गा पूजा, कछमी पूजा, गणेश पूजा, मठों और मंदिरों में साधु-संतों के साथ भजन होते हैं। इस तरह वे पूरे देश में नारायणवादी लोगों को एकजुट कर, भगवान राम, भगवान कृष्ण और देश के सभी प्रमुख तीर्थ — गया, बद्रीनाथ, केदारनाथ, उज्जैन, द्वारकाधीश, रामेश्वरम आदि — के माध्यम से भारत को विश्व में आध्यात्मिकता और ज्ञान के स्रोत के रूप में स्थापित कर रहे हैं।

pandokhar_2025-04-05_160932-removebg-preview (1)
सदस्य परिचय
विवरण दिखाएं
पंडोखर सरकार परम पूज्य गुरुशरण जी महाराज
(मार्गदर्शक मंडल के मुखिया)

पंडोखर सरकार परम पूज्य गुरुशरण जी महाराज, पवित्र तीर्थ स्थल पांडोकर धाम के अधिपति हैं, जो मध्य प्रदेश के दतिया जनपद में स्थित है। यह स्थल महाभारत काल का प्रसिद्ध तीर्थ माना जाता है और विश्व स्तर पर अपनी आध्यात्मिक महत्ता के लिए जाना जाता है।

महान गुरुशरण जी महाराज यहाँ के आध्यात्मिक केंद्र हैं। देशभर के नारायणवादी संत, जैसे कि श्रीराम भद्राचार्य जी, बागेश्वर सरकार, और देवकीनंदन सरकार भी इन्हें "सरकारों की सरकार" मानते हैं।

देश की समस्त नारायणवादी शक्तियाँ — चाहे वे राजनेता हों, कलाकार हों या साधक — सभी इनसे आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए पांडोकर धाम पहुँचते हैं। वह भारत के सनातन धर्म के प्रमुख स्तंभ माने जाते हैं। लाखों श्रद्धालु यहाँ आकर सनातन धर्म को सशक्त बनाने के लिए प्रेरणा और मार्गदर्शन प्राप्त करते हैं।

पांडोकर सरकार को सनातन धर्म की एक महान शक्ति, मानो सनातन का हिमालय, के रूप में देखा जाता है। उनके कार्यों से लोगों में श्रद्धा, विश्वास, दृढ़ संकल्प और उज्ज्वल भविष्य का निर्माण होता है। कहा जाता है कि वह लोगों के चेहरे देखकर ही उनका मन जान लेते हैं, और उन्हें उचित मार्ग दिखाते हैं।

Shiva-Gopal-Mishra-New-313x400
सदस्य परिचय
विवरण दिखाएं
पंडित शिव गोपाल मिश्रा
(ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन (AIRF) के महासचिव)
सहयोगी मंडल के मुखिया

पंडित शिव गोपाल मिश्रा भारत के एक प्रमुख श्रमिक नेता हैं। वे ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन (AIRF) के महासचिव (General Secretary) हैं। उन्होंने रेलवे कर्मचारियों के अधिकारों और हितों के लिए कई वर्षों से संघर्ष किया है।

AIRF (ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन) भारत में रेलवे कर्मचारियों का सबसे पुराना और सबसे बड़ा संगठन (यूनियन) है।

स्थापना: 1924 में हुई थी।

उद्देश्य: रेलवे कर्मचारियों के वेतन, भत्ते, नौकरी की सुरक्षा, पेंशन, और कार्यस्थल की सुरक्षा से जुड़ी मांगों के लिए सरकार से बातचीत करना।

संबद्धता: AIRF की अंतरराष्ट्रीय मज़दूर संगठन ITF (International Transport Workers' Federation) से भी संबद्धता है।

पंडित शिव गोपाल मिश्रा का योगदान
वे राष्ट्रीय संयुक्त परामर्श तंत्र (JCM - Joint Consultative Machinery) में कर्मचारी पक्ष के प्रतिनिधि भी हैं।

उन्होंने कई बार सरकार के साथ बातचीत कर कर्मचारियों के हितों की रक्षा की है।

उन्हें कर्मचारी हितों की सशक्त आवाज माना जाता है।

मुख्य मुद्दे जिनके लिए उन्होंने संघर्ष किया:
पुरानी पेंशन योजना (Old Pension Scheme) को बहाल करने की मांग।

संविदा (Contract) पर नियुक्तियों का विरोध।

रेलवे के निजीकरण का विरोध।

रेलवे कर्मचारियों की सुरक्षा की मांग।

समय पर पदोन्नति (Promotion) और न्यायसंगत भर्ती प्रणाली।

WhatsApp Image 2025-03-28 at 09.35.36
सदस्य परिचय
विवरण दिखाएं
पंडित के.के. शर्मा
नारायण परिवार एवं राष्ट्रीय नारायणवादी विकास पार्टी (RNVP) के सलाहकार मंडल
(नर सेवा नारायण सेवा)
 

सनातन धर्म को सशक्त बनाने के लिए श्री रामलीला, श्री दुर्गा पूजा, श्री गणेश पूजा, श्री लक्ष्मी पूजा समितियाँ, मठ-मंदिर, साधु-संत, महंत, पुजारी, कथावाचक आदि जो संपूर्ण विश्व में सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार में योगदान देते हैं, उनके लिए वेतनमान योजना लागू कर उनकी सेवा को सम्मानित किया जाना चाहिए।

इससे सनातन धर्म की समृद्धि, उसकी एकता एवं अखंडता को मजबूती मिलेगी। जाति-पाति के भेदभाव को समाप्त कर "हम सब सनातनी, भाई-भाई" के नारे के माध्यम से आपसी भाईचारे को प्रोत्साहित करना हमारा लक्ष्य है।

सनातन धर्म को विभाजित करने वाली शक्तियों के विरुद्ध राष्ट्रीय नारायणवादी विकास पार्टी एक सशक्त अभियान चला रही है, जो राष्ट्र को समर्पित है। इस अभियान का उद्देश्य सनातन धर्म के माध्यम से विश्वभर में रोजगार के अवसर उत्पन्न करना और सभी सनातनी भाई-बहनों के सुंदर भविष्य का निर्माण करना है।

WhatsApp_Image_2025-04-12_at_00.01.08-removebg-preview
सदस्य परिचय
विवरण दिखाएं

पंडित दिनेश दत्त भट्ट
(राष्ट्रीय अध्यक्ष)

भारत के पूर्व राष्ट्रपति भारत दत्त प्रणव मुखर्जी के प्रिय, भारत के विकास पुरुष पंडित नारायण दत्त तिवारी के प्रिय, किसान के बेटे राम नरेश यादव के प्रिय, और विकास की नायिका शीला दीक्षित के प्रिय ऐसे जननेता, जो गांव, गरीब, झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों की भलाई के लिए सतत कार्यरत हैं। जिनके मन और हृदय में राष्ट्र और समाज सेवा का भाव है, जो निरंतर विकास के मार्ग पर अग्रसर हैं। उनके विचारों की मूल भावना भारत में सनातन की शक्ति, नारायणों की एकता, और स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों का भारत बनाने की प्रेरणा है।

वे देश के शिक्षित, अशिक्षित, पिछड़े, दलित, किसान, मजदूर, व्यापारी, वकील और महिलाओं — सभी वर्गों के अधिकारों की रक्षा के लिए समर्पित हैं। वे निराशा में नहीं, अपितु आशा में विश्वास रखते हैं। जैसे भगवान राम ने धर्म के मार्ग पर चलते हुए महान युद्ध जीता, वैसे ही इन्होंने भी संघर्षों के रास्ते से होते हुए सनातन के सिद्धांतों का पालन किया है।

जैसे भगवान राम ने वानर और भालुओं के सहयोग से आदर्श रामराज्य की स्थापना की, वैसे ही यह नेता भी सामाजिक न्याय और समग्र विकास के पथ पर कार्यरत हैं, और वंचितों को उनका अधिकार दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनकी योजना देश के किसान, युवा, बेरोजगार और गरीब सभी को साथ लेकर चलने की है, जिसमें भगवान राम की सेवा, त्याग और धर्म का मार्ग प्रमुख स्थान रखता है।

WhatsApp_Image_2025-04-06_at_19.04.47-removebg-preview
सदस्य परिचय
विवरण दिखाएं
पंडित धनंजय मिश्रा
(राष्ट्रीय महासचिव)
(प्रदेश अध्यक्ष -महाराष्ट्र)
(प्रभारी — महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु)

समाजसेवा के प्रति समर्पित एक कर्मयोगी

धनंजय मिश्रा एक ऐसा नाम है जो निःस्वार्थ सेवा, मानवीय संवेदनाओं और सामाजिक उत्तरदायित्व की मिसाल बन चुका है। अपने परिवार से प्रेरणा लेकर, उन्होंने विगत कई वर्षों से मुंबई में गरीबों, मजलूमों और असहाय विद्यार्थियों की निस्वार्थ भाव से सहायता कर समाजसेवा को ही अपना धर्म माना है। उनका दृढ़ विश्वास है कि सेवा से बड़ा न कोई धर्म है और न कोई पुण्य। कोरोना जैसी वैश्विक आपदा के दौरान जब लोग अपने घरों में सुरक्षित रहने को विवश थे, तब धनंजय मिश्रा बिना अपनी जान की परवाह किए, चौबीसों घंटे ज़रूरतमंदों की सहायता में जुटे रहे।

आरोग्य शिविरों का आयोजन हो, राशन वितरण, अनाथालयों में सेवा कार्य, या असहाय बच्चों की शिक्षा हेतु सहयोग—हर कदम पर उन्होंने समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाया है। साथ ही, वे अपने व्यवसाय में भी पूरी निष्ठा और ईमानदारी से कार्य करते हुए अन्य लोगों को भी जीवनयापन का साधन उपलब्ध करा रहे हैं। वर्तमान में वे अनेक सामाजिक संगठनों से जुड़कर जनकल्याणकारी कार्यों में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।

धनंजय मिश्रा का उद्देश्य हमेशा से समाज के अंतिम व्यक्ति तक सेवा पहुंचाना रहा है, और यही उनकी सबसे बड़ी पहचान है। वे न सिर्फ एक सफल उद्यमी हैं, बल्कि एक सच्चे जनसेवक भी हैं—जो समाज की भलाई को ही अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि मानते हैं।

"जनसेवा ही धर्म है, समाजहित ही लक्ष्य"

WhatsApp Image 2025-04-07 at 22.20.30
सदस्य परिचय
विवरण दिखाएं
पंडित राजकुमार दास
(राष्ट्रीय उपाध्याय )

राजकुमार दास जी - एक धर्मनिष्ठ राष्ट्र सेवक

राजकुमार दास जी, एक प्रखर संत, कुशल विचारक और समर्पित राष्ट्रसेवक हैं। उन्होंने अपना जीवन समाज, संस्कृति और सनातन धर्म की सेवा के लिए अर्पित कर दिया है। दशरथ गद्दी पीठ, अयोध्या से जुड़ाव के माध्यम से वे राम राज्य की मर्यादा और मूल्यों को जन-जन तक पहुँचाने का कार्य कर रहे हैं।

धार्मिक और सांस्कृतिक भूमिका:

दशरथ गद्दी पीठ, अयोध्या के माध्यम से देशभर में धर्म-जागरूकता फैलाने का कार्य

रामायण की शिक्षाओं और मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्शों को समाज में स्थापित करने की दिशा में सक्रिय

सनातन संस्कृति को जीवंत रखने के लिए नियमित प्रवचन, यज्ञ, और धार्मिक आयोजनों का नेतृत्व

राजनीतिक और सामाजिक योगदान:

RNVP के राष्ट्रीय उपाध्याय के रूप में, धर्म और राजनीति का समरस मेल प्रस्तुत किया

गरीबों, किसानों, और युवाओं के हक की आवाज़ बनकर उभरे

शिक्षा, रोजगार और धार्मिक सहिष्णुता के लिए सक्रिय अभियान

युवाओं को भारतीय संस्कृति, सेवा और नेतृत्व के मार्ग पर आगे बढ़ाने का सतत प्रयास

उनका विज़न:

"राम राज्य सिर्फ अयोध्या में नहीं, पूरे भारत में स्थापित हो — यही मेरा संकल्प है!"

WhatsApp Image 2025-04-07 at 22.27.22
सदस्य परिचय
विवरण दिखाएं
श्री सोमनाथ यादव
(राष्ट्रीय उपाध्याय )
ऑल इंडिया रेलवे मेन्स फेडरेशन मजदूर के नेता

श्री सोमनाथ यादव जी एक जुझारू, निडर और ज़मीन से जुड़े हुए नेता हैं, जिन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन श्रमिकों, कर्मचारियों और आम जनता के हक के लिए समर्पित कर दिया। उनका संघर्ष, नेतृत्व और संवेदनशील दृष्टिकोण उन्हें न केवल मज़दूरों का रहनुमा बनाता है, बल्कि एक राजनीतिक संतुलनकर्ता के रूप में भी स्थापित करता है।

⚙️ रेलवे कर्मचारियों की आवाज़:

  • ऑल इंडिया रेलवे मेन्स फेडरेशन (AIRMF) में बतौर वरिष्ठ नेता, उन्होंने लाखों रेल कर्मचारियों की समस्याओं को शासन तक पहुँचाया।

  • कर्मचारियों के वेतन, सेवा सुरक्षा, पेंशन और कार्य वातावरण जैसे मुद्दों पर लगातार संघर्षरत रहे।

  • रेल सेक्टर में यूनियन शक्ति को मज़बूती देने में उनका बड़ा योगदान है।

🇮🇳 राजनीतिक भूमिका – RNVP के साथ:

  • RNVP के राष्ट्रीय उपाध्याय के रूप में, वे धर्म, श्रम और राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोने की विचारधारा को आगे बढ़ा रहे हैं।

  • मजदूरों के हक़ और सम्मान को राष्ट्र निर्माण की बुनियाद मानते हैं।

  • उनकी सोच है — "जब तक मजदूर सुरक्षित नहीं, तब तक देश मजबूत नहीं!"

WhatsApp_Image_2025-04-07_at_22.33.38-removebg-preview
सदस्य परिचय
विवरण दिखाएं
बाबा रणविजय दास
(राष्ट्रीय संगठन मंत्री)

पार्टी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बाबा रणविजय दास एक तपस्वी और समर्पित कर्मयोगी हैं।
उन्होंने संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
उनका नेतृत्व सामाजिक समरसता और राष्ट्र निर्माण की भावना से ओतप्रोत है।
बाबा रणविजय दास का जीवन त्याग, सेवा और अनुशासन का प्रेरणास्रोत है।

WhatsApp_Image_2025-04-07_at_22.37.32-removebg-preview
सदस्य परिचय
विवरण दिखाएं
पंडित पवन कुमार
(प्रदेश अध्यक्ष उत्तर प्रदेश)

पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रदेश अध्यक्ष पंडित पवन कुमार एक प्रखर वक्ता और जननायक हैं।
उन्होंने प्रदेश में पार्टी के विस्तार और जनजागरण अभियान को नई दिशा दी है।
पंडित जी जनसेवा, ईमानदारी और संस्कारित राजनीति के प्रतीक माने जाते हैं।
उनका सहज व्यवहार और संगठन कौशल युवाओं में विशेष रूप से प्रेरणा का स्रोत है।

WhatsApp Image 2025-04-07 at 22.27.22
सदस्य परिचय
विवरण दिखाएं
महंत श्री बृजमोहन दास जी (संरक्षक मंडल के मुखिया)

महंत श्री बृजमोहन दास जी महाराज संसार के महान संत हैं। वे लाखों परिवारों के आदर्श और पूजनीय हैं। उन्हें विश्व के सबसे बड़े तीर्थ महाराज, अयोध्या के राजा, और श्री  दशरथगद्दी तीर्थ पीठाधीश्वर के नाम से जाना जाता है। यह तीर्थ अयोध्या धाम में स्थित है। उनके मठ और मंदिर न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में फैले हुए हैं।

महाराज जी राम और दशरथ के संबंधों को पिता-पुत्र के रूप में बहुत ही विस्तार से और भावपूर्ण ढंग से समझाते हैं। वे राम जन्मभूमि आंदोलन के महान नेता रहे हैं। वे गौ रक्षक, संत रक्षक, सनातन सूर्य और सनातन सम्राट के रूप में प्रतिष्ठित हैं। वे गांवों और गरीबों को अयोध्या से जोड़ते हैं, नारायणवादी विचारधारा के अंतर्गत — जैसे नारायणवादी विश्वविद्यालय की कल्पना खेत-खलिहानों तक ले जाकर।

महाराज जी हिंदुत्व की नींव को मजबूत करते हुए देश की छोटी-बड़ी प्रतिभाओं, कलाकारों को एकत्रित कर भजन कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं। इन्हीं भजनों के माध्यम से वे नारायणवादी विचारधारा से जुड़े लोगों को संगठित करते हैं और दिन-रात हिंदुत्व तथा सनातन धर्म के सशक्तिकरण के लिए कार्यरत रहते हैं।

हर दिन कहीं न कहीं रामलीला, दुर्गा पूजा, कछमी पूजा, गणेश पूजा, मठों और मंदिरों में साधु-संतों के साथ भजन होते हैं। इस तरह वे पूरे देश में नारायणवादी लोगों को एकजुट कर, भगवान राम, भगवान कृष्ण और देश के सभी प्रमुख तीर्थ — गया, बद्रीनाथ, केदारनाथ, उज्जैन, द्वारकाधीश, रामेश्वरम आदि — के माध्यम से भारत को विश्व में आध्यात्मिकता और ज्ञान के स्रोत के रूप में स्थापित कर रहे हैं।

सदस्य परिचय
विवरण दिखाएं
महंत श्री बृजमोहन दास जी

 

(संरक्षक मंडल के मुखिया)

 

महंत श्री बृजमोहन दास जी महाराज संसार के महान संत हैं। वे लाखों परिवारों के आदर्श और पूजनीय हैं। उन्हें विश्व के सबसे बड़े तीर्थ महाराज, अयोध्या के राजा, और श्री  दशरथगद्दी तीर्थ पीठाधीश्वर के नाम से जाना जाता है। यह तीर्थ अयोध्या धाम में स्थित है। उनके मठ और मंदिर न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में फैले हुए हैं।

महंत श्री बृजमोहन दास जी महाराज संसार के महान संत हैं। वे लाखों परिवारों के आदर्श और पूजनीय हैं। उन्हें विश्व के सबसे बड़े तीर्थ महाराज, अयोध्या के राजा, और श्री  दशरथगद्दी तीर्थ पीठाधीश्वर के नाम से जाना जाता है। यह तीर्थ अयोध्या धाम में स्थित है। उनके मठ और मंदिर न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में फैले हुए हैं।

महाराज जी राम और दशरथ के संबंधों को पिता-पुत्र के रूप में बहुत ही विस्तार से और भावपूर्ण ढंग से समझाते हैं। वे राम जन्मभूमि आंदोलन के महान नेता रहे हैं। वे गौ रक्षक, संत रक्षक, सनातन सूर्य और सनातन सम्राट के रूप में प्रतिष्ठित हैं। वे गांवों और गरीबों को अयोध्या से जोड़ते हैं, नारायणवादी विचारधारा के अंतर्गत — जैसे नारायणवादी विश्वविद्यालय की कल्पना खेत-खलिहानों तक ले जाकर।

महाराज जी हिंदुत्व की नींव को मजबूत करते हुए देश की छोटी-बड़ी प्रतिभाओं, कलाकारों को एकत्रित कर भजन कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं। इन्हीं भजनों के माध्यम से वे नारायणवादी विचारधारा से जुड़े लोगों को संगठित करते हैं और दिन-रात हिंदुत्व तथा सनातन धर्म के सशक्तिकरण के लिए कार्यरत रहते हैं।

हर दिन कहीं न कहीं रामलीला, दुर्गा पूजा, कछमी पूजा, गणेश पूजा, मठों और मंदिरों में साधु-संतों के साथ भजन होते हैं। इस तरह वे पूरे देश में नारायणवादी लोगों को एकजुट कर, भगवान राम, भगवान कृष्ण और देश के सभी प्रमुख तीर्थ — गया, बद्रीनाथ, केदारनाथ, उज्जैन, द्वारकाधीश, रामेश्वरम आदि — के माध्यम से भारत को विश्व में आध्यात्मिकता और ज्ञान के स्रोत के रूप में स्थापित कर रहे हैं।

सदस्य परिचय
विवरण दिखाएं
पंडोखर सरकार परम पूज्य गुरुशरण जी महाराज

 

(मार्गदर्शक मंडल के मुखिया)

 

पंडोखर सरकार परम पूज्य गुरुशरण जी महाराज, पवित्र तीर्थ स्थल पांडोकर धाम के अधिपति हैं, जो मध्य प्रदेश के दतिया जनपद में स्थित है। यह स्थल महाभारत काल का प्रसिद्ध तीर्थ माना जाता है और विश्व स्तर पर अपनी आध्यात्मिक महत्ता के लिए जाना जाता है।

पंडोखर सरकार परम पूज्य गुरुशरण जी महाराज, पवित्र तीर्थ स्थल पांडोकर धाम के अधिपति हैं, जो मध्य प्रदेश के दतिया जनपद में स्थित है। यह स्थल महाभारत काल का प्रसिद्ध तीर्थ माना जाता है और विश्व स्तर पर अपनी आध्यात्मिक महत्ता के लिए जाना जाता है।

महान  गुरुशरण  जी महाराज यहाँ के आध्यात्मिक केंद्र हैं। देशभर के नारायणवादी संत, जैसे कि श्रीराम भद्राचार्य जी, बागेश्वर सरकार, और देवकीनंदन सरकार भी इन्हें "सरकारों की सरकार" मानते हैं।

देश की समस्त नारायणवादी शक्तियाँ — चाहे वे राजनेता हों, कलाकार हों या साधक — सभी इनसे आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए पांडोकर धाम पहुँचते हैं। वह भारत के सनातन धर्म के प्रमुख स्तंभ माने जाते हैं। लाखों श्रद्धालु यहाँ आकर सनातन धर्म को सशक्त बनाने के लिए प्रेरणा और मार्गदर्शन प्राप्त करते हैं।

पांडोकर सरकार को सनातन धर्म की एक महान शक्ति, मानो सनातन का हिमालय, के रूप में देखा जाता है। उनके कार्यों से लोगों में श्रद्धा, विश्वास, दृढ़ संकल्प और उज्ज्वल भविष्य का निर्माण होता है। कहा जाता है कि वह लोगों के चेहरे देखकर ही उनका मन जान लेते हैं, और उन्हें उचित मार्ग दिखाते हैं।

सदस्य परिचय
विवरण दिखाएं
पंडित शिव गोपाल मिश्रा

 

(ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन (AIRF) के महासचिव)
सहयोगी मंडल के मुखिया

 

पंडित शिव गोपाल मिश्रा भारत के एक प्रमुख श्रमिक नेता हैं। वे ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन (AIRF) के महासचिव (General Secretary) हैं। उन्होंने रेलवे कर्मचारियों के अधिकारों और हितों के लिए कई वर्षों से संघर्ष किया है।

पंडित शिव गोपाल मिश्रा भारत के एक प्रमुख श्रमिक नेता हैं। वे ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन (AIRF) के महासचिव (General Secretary) हैं। उन्होंने रेलवे कर्मचारियों के अधिकारों और हितों के लिए कई वर्षों से संघर्ष किया है।

AIRF (ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन) भारत में रेलवे कर्मचारियों का सबसे पुराना और सबसे बड़ा संगठन (यूनियन) है।

स्थापना: 1924 में हुई थी।

उद्देश्य: रेलवे कर्मचारियों के वेतन, भत्ते, नौकरी की सुरक्षा, पेंशन, और कार्यस्थल की सुरक्षा से जुड़ी मांगों के लिए सरकार से बातचीत करना।

संबद्धता: AIRF की अंतरराष्ट्रीय मज़दूर संगठन ITF (International Transport Workers' Federation) से भी संबद्धता है।

पंडित शिव गोपाल मिश्रा का योगदान
वे राष्ट्रीय संयुक्त परामर्श तंत्र (JCM - Joint Consultative Machinery) में कर्मचारी पक्ष के प्रतिनिधि भी हैं।

उन्होंने कई बार सरकार के साथ बातचीत कर कर्मचारियों के हितों की रक्षा की है।

उन्हें कर्मचारी हितों की सशक्त आवाज माना जाता है।

मुख्य मुद्दे जिनके लिए उन्होंने संघर्ष किया:
पुरानी पेंशन योजना (Old Pension Scheme) को बहाल करने की मांग।

संविदा (Contract) पर नियुक्तियों का विरोध।

रेलवे के निजीकरण का विरोध।

रेलवे कर्मचारियों की सुरक्षा की मांग।

समय पर पदोन्नति (Promotion) और न्यायसंगत भर्ती प्रणाली।

सदस्य परिचय
विवरण दिखाएं
पंडित के.के. शर्मा
नारायण परिवार एवं राष्ट्रीय नारायणवादी विकास पार्टी
(RNVP) के सलाहकार मंडल
(नर सेवा नारायण सेवा)

 

सनातन धर्म को सशक्त बनाने के लिए श्री रामलीला, श्री दुर्गा पूजा, श्री गणेश पूजा, श्री लक्ष्मी पूजा समितियाँ, मठ-मंदिर, साधु-संत, महंत, पुजारी, कथावाचक आदि जो संपूर्ण विश्व में सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार में योगदान देते हैं, उनके लिए वेतनमान योजना लागू कर उनकी सेवा को सम्मानित किया जाना चाहिए।

 

सनातन धर्म को सशक्त बनाने के लिए श्री रामलीला, श्री दुर्गा पूजा, श्री गणेश पूजा, श्री लक्ष्मी पूजा समितियाँ, मठ-मंदिर, साधु-संत, महंत, पुजारी, कथावाचक आदि जो संपूर्ण विश्व में सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार में योगदान देते हैं, उनके लिए वेतनमान योजना लागू कर उनकी सेवा को सम्मानित किया जाना चाहिए।

इससे सनातन धर्म की समृद्धि, उसकी एकता एवं अखंडता को मजबूती मिलेगी। जाति-पाति के भेदभाव को समाप्त कर "हम सब सनातनी, भाई-भाई" के नारे के माध्यम से आपसी भाईचारे को प्रोत्साहित करना हमारा लक्ष्य है।

सनातन धर्म को विभाजित करने वाली शक्तियों के विरुद्ध राष्ट्रीय नारायणवादी विकास पार्टी एक सशक्त अभियान चला रही है, जो राष्ट्र को समर्पित है। इस अभियान का उद्देश्य सनातन धर्म के माध्यम से विश्वभर में रोजगार के अवसर उत्पन्न करना और सभी सनातनी भाई-बहनों के सुंदर भविष्य का निर्माण करना है।

सदस्य परिचय
विवरण दिखाएं

पंडित दिनेश दत्त भट्ट
(राष्ट्रीय अध्यक्ष)

भारत के पूर्व राष्ट्रपति भारत दत्त प्रणव मुखर्जी के प्रिय, भारत के विकास पुरुष पंडित नारायण दत्त तिवारी के प्रिय, किसान के बेटे राम नरेश यादव के प्रिय, और विकास की नायिका शीला दीक्षित के प्रिय ऐसे जननेता, जो गांव, गरीब, झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों की भलाई के लिए सतत कार्यरत हैं। जिनके मन और हृदय में राष्ट्र और समाज सेवा का भाव है, जो निरंतर विकास के मार्ग पर अग्रसर हैं। उनके विचारों की मूल भावना भारत में सनातन की शक्ति, नारायणों की एकता, और स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों का भारत बनाने की प्रेरणा है।

भारत के पूर्व राष्ट्रपति भारत दत्त प्रणव मुखर्जी के प्रिय, भारत के विकास पुरुष पंडित नारायण दत्त तिवारी के प्रिय, किसान के बेटे राम नरेश यादव के प्रिय, और विकास की नायिका शीला दीक्षित के प्रिय ऐसे जननेता, जो गांव, गरीब, झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों की भलाई के लिए सतत कार्यरत हैं। जिनके मन और हृदय में राष्ट्र और समाज सेवा का भाव है, जो निरंतर विकास के मार्ग पर अग्रसर हैं। उनके विचारों की मूल भावना भारत में सनातन की शक्ति, नारायणों की एकता, और स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों का भारत बनाने की प्रेरणा है।

वे देश के शिक्षित, अशिक्षित, पिछड़े, दलित, किसान, मजदूर, व्यापारी, वकील और महिलाओं — सभी वर्गों के अधिकारों की रक्षा के लिए समर्पित हैं। वे निराशा में नहीं, अपितु आशा में विश्वास रखते हैं। जैसे भगवान राम ने धर्म के मार्ग पर चलते हुए महान युद्ध जीता, वैसे ही इन्होंने भी संघर्षों के रास्ते से होते हुए सनातन के सिद्धांतों का पालन किया है।

जैसे भगवान राम ने वानर और भालुओं के सहयोग से आदर्श रामराज्य की स्थापना की, वैसे ही यह नेता भी सामाजिक न्याय और समग्र विकास के पथ पर कार्यरत हैं, और वंचितों को उनका अधिकार दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनकी योजना देश के किसान, युवा, बेरोजगार और गरीब सभी को साथ लेकर चलने की है, जिसमें भगवान राम की सेवा, त्याग और धर्म का मार्ग प्रमुख स्थान रखता है।

सदस्य परिचय
विवरण दिखाएं
पंडित धनंजय मिश्रा
(राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष)
(प्रदेश अध्यक्ष -महाराष्ट्र)
(प्रभारी — महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु)

समाजसेवा के प्रति समर्पित एक कर्मयोगी

धनंजय मिश्रा एक ऐसा नाम है जो निःस्वार्थ सेवा, मानवीय संवेदनाओं और सामाजिक उत्तरदायित्व की मिसाल बन चुका है। अपने परिवार से प्रेरणा लेकर, उन्होंने विगत कई वर्षों से मुंबई में गरीबों, मजलूमों और असहाय विद्यार्थियों की निस्वार्थ भाव से सहायता कर समाजसेवा को ही अपना धर्म माना है। उनका दृढ़ विश्वास है कि सेवा से बड़ा न कोई धर्म है और न कोई पुण्य। कोरोना जैसी वैश्विक आपदा के दौरान जब लोग अपने घरों में सुरक्षित रहने को विवश थे, तब धनंजय मिश्रा बिना अपनी जान की परवाह किए, चौबीसों घंटे ज़रूरतमंदों की सहायता में जुटे रहे।

समाजसेवा के प्रति समर्पित एक कर्मयोगी

धनंजय मिश्रा एक ऐसा नाम है जो निःस्वार्थ सेवा, मानवीय संवेदनाओं और सामाजिक उत्तरदायित्व की मिसाल बन चुका है। अपने परिवार से प्रेरणा लेकर, उन्होंने विगत कई वर्षों से मुंबई में गरीबों, मजलूमों और असहाय विद्यार्थियों की निस्वार्थ भाव से सहायता कर समाजसेवा को ही अपना धर्म माना है। उनका दृढ़ विश्वास है कि सेवा से बड़ा न कोई धर्म है और न कोई पुण्य। कोरोना जैसी वैश्विक आपदा के दौरान जब लोग अपने घरों में सुरक्षित रहने को विवश थे, तब धनंजय मिश्रा बिना अपनी जान की परवाह किए, चौबीसों घंटे ज़रूरतमंदों की सहायता में जुटे रहे।

आरोग्य शिविरों का आयोजन हो, राशन वितरण, अनाथालयों में सेवा कार्य, या असहाय बच्चों की शिक्षा हेतु सहयोग—हर कदम पर उन्होंने समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाया है। साथ ही, वे अपने व्यवसाय में भी पूरी निष्ठा और ईमानदारी से कार्य करते हुए अन्य लोगों को भी जीवनयापन का साधन उपलब्ध करा रहे हैं। वर्तमान में वे अनेक सामाजिक संगठनों से जुड़कर जनकल्याणकारी कार्यों में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।

धनंजय मिश्रा का उद्देश्य हमेशा से समाज के अंतिम व्यक्ति तक सेवा पहुंचाना रहा है, और यही उनकी सबसे बड़ी पहचान है। वे न सिर्फ एक सफल उद्यमी हैं, बल्कि एक सच्चे जनसेवक भी हैं—जो समाज की भलाई को ही अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि मानते हैं।

"जनसेवा ही धर्म है, समाजहित ही लक्ष्य"

सदस्य परिचय
विवरण दिखाएं
पंडित राजकुमार दास

(राष्ट्रीय उपाध्याय )

 

राजकुमार दास जी - एक धर्मनिष्ठ राष्ट्र सेवक एक प्रखर संत, कुशल विचारक और समर्पित राष्ट्रसेवक हैं। उन्होंने अपना जीवन समाज, संस्कृति और सनातन धर्म की सेवा के लिए अर्पित कर दिया है। दशरथ गद्दी पीठ, अयोध्या से जुड़ाव के माध्यम से वे राम राज्य की मर्यादा और मूल्यों को जन-जन तक पहुँचाने का कार्य कर रहे हैं।

राजकुमार दास जी - एक धर्मनिष्ठ राष्ट्र सेवक

राजकुमार दास जी, एक प्रखर संत, कुशल विचारक और समर्पित राष्ट्रसेवक हैं। उन्होंने अपना जीवन समाज, संस्कृति और सनातन धर्म की सेवा के लिए अर्पित कर दिया है। दशरथ गद्दी पीठ, अयोध्या से जुड़ाव के माध्यम से वे राम राज्य की मर्यादा और मूल्यों को जन-जन तक पहुँचाने का कार्य कर रहे हैं।

धार्मिक और सांस्कृतिक भूमिका:

दशरथ गद्दी पीठ, अयोध्या के माध्यम से देशभर में धर्म-जागरूकता फैलाने का कार्य

रामायण की शिक्षाओं और मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्शों को समाज में स्थापित करने की दिशा में सक्रिय

सनातन संस्कृति को जीवंत रखने के लिए नियमित प्रवचन, यज्ञ, और धार्मिक आयोजनों का नेतृत्व

राजनीतिक और सामाजिक योगदान:

RNVP के राष्ट्रीय उपाध्याय के रूप में, धर्म और राजनीति का समरस मेल प्रस्तुत किया

गरीबों, किसानों, और युवाओं के हक की आवाज़ बनकर उभरे

शिक्षा, रोजगार और धार्मिक सहिष्णुता के लिए सक्रिय अभियान

युवाओं को भारतीय संस्कृति, सेवा और नेतृत्व के मार्ग पर आगे बढ़ाने का सतत प्रयास

उनका विज़न:

"राम राज्य सिर्फ अयोध्या में नहीं, पूरे भारत में स्थापित हो — यही मेरा संकल्प है!"

सदस्य परिचय
विवरण दिखाएं
श्री सोमनाथ यादव
(राष्ट्रीय उपाध्याय )

ऑल इंडिया रेलवे मेन्स फेडरेशन मजदूर के नेता

श्री सोमनाथ यादव जी एक जुझारू, निडर और ज़मीन से जुड़े हुए नेता हैं, जिन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन श्रमिकों, कर्मचारियों और आम जनता के हक के लिए समर्पित कर दिया। उनका संघर्ष, नेतृत्व और संवेदनशील दृष्टिकोण उन्हें न केवल मज़दूरों का रहनुमा बनाता है, बल्कि एक राजनीतिक संतुलनकर्ता के रूप में भी स्थापित करता है।

⚙️ रेलवे कर्मचारियों की आवाज़:

  • ऑल इंडिया रेलवे मेन्स फेडरेशन (AIRMF) में बतौर वरिष्ठ नेता, उन्होंने लाखों रेल कर्मचारियों की समस्याओं को शासन तक पहुँचाया।

  • कर्मचारियों के वेतन, सेवा सुरक्षा, पेंशन और कार्य वातावरण जैसे मुद्दों पर लगातार संघर्षरत रहे।

  • रेल सेक्टर में यूनियन शक्ति को मज़बूती देने में उनका बड़ा योगदान है।

🇮🇳 राजनीतिक भूमिका – RNVP के साथ:

  • RNVP के राष्ट्रीय उपाध्याय के रूप में, वे धर्म, श्रम और राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोने की विचारधारा को आगे बढ़ा रहे हैं।

  • मजदूरों के हक़ और सम्मान को राष्ट्र निर्माण की बुनियाद मानते हैं।

  • उनकी सोच है — "जब तक मजदूर सुरक्षित नहीं, तब तक देश मजबूत नहीं!"

सदस्य परिचय
विवरण दिखाएं
बाबा रणविजय दास

 

(राष्ट्रीय संगठन मंत्री)

पार्टी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बाबा रणविजय दास एक तपस्वी और समर्पित कर्मयोगी हैं।
उन्होंने संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
उनका नेतृत्व सामाजिक समरसता और राष्ट्र निर्माण की भावना से ओतप्रोत है।
बाबा रणविजय दास का जीवन त्याग, सेवा और अनुशासन का प्रेरणास्रोत है।

सदस्य परिचय
विवरण दिखाएं
पंडित पवन कुमार

 

(प्रदेश अध्यक्ष उत्तर प्रदेश)

पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रदेश अध्यक्ष पंडित पवन कुमार एक प्रखर वक्ता और जननायक हैं।
उन्होंने प्रदेश में पार्टी के विस्तार और जनजागरण अभियान को नई दिशा दी है।
पंडित जी जनसेवा, ईमानदारी और संस्कारित राजनीति के प्रतीक माने जाते हैं।
उनका सहज व्यवहार और संगठन कौशल युवाओं में विशेष रूप से प्रेरणा का स्रोत है।

  • सशक्तिकरण और लोकतंत्र:

    पारदर्शी और जवाबदेह प्रशासन देना। हर नागरिक की भागीदारी से लोकतंत्र को मजबूत बनाना।

  • सामाजिक न्याय और समानता:

    सभी वर्गों, जातियों और समुदायों को समान अधिकार और अवसर प्रदान करना। पिछड़े, वंचित और अल्पसंख्यक समुदायों के सशक्तिकरण के लिए विशेष प्रयास करना।

  • सतत विकास

    आर्थिक विकास और पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देना ताकि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक समृद्ध भविष्य सुनिश्चित हो सके।

  • शिक्षा और युवाओं का सशक्तिकरण:

    गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना। युवाओं को उद्यमिता और नवाचार की ओर प्रेरित करना।

  • पारदर्शिता और उत्तरदायित्व

    शासन में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व के उच्चतम मानकों को बनाए रखना।

  • आर्थिक विकास और आत्मनिर्भरता:

    व्यापार, कृषि और उद्योग को बढ़ावा देना। "मेक इन इंडिया" और "लोकल फॉर वोकल" को समर्थन देना। गरीबों, किसानों और मजदूरों के उत्थान के लिए ठोस नीतियाँ बनाना।

सक्रिय सदस्य
0
सक्रिय सदस्य
0
राज्य
0

सहयोगी शाखाएँ

एकता, सहयोग और विकास की ओर अग्रसर!

व्यापार मंच

“सशक्त व्यापारी, समृद्ध राष्ट्र!”

व्यापार मंच का उद्देश्य व्यापारियों को सशक्त बनाना, नीतिगत सहयोग प्रदान करना और आर्थिक सुधारों को बढ़ावा देना है। यह मंच व्यवसायियों को नई तकनीकों, सरकारी नीतियों और बाज़ार के रुझानों की जानकारी देकर उनकी वृद्धि सुनिश्चित करता है।

पिछड़ा मंच

“समानता का अधिकार, विकास की राह!”

यह मंच पिछड़े वर्गों के सशक्तिकरण के लिए काम करता है, उन्हें शिक्षा, रोज़गार और सामाजिक न्याय के अवसर उपलब्ध कराता है। हम समाज में समानता और समावेशिता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

महिला मंच
“नारी शक्ति, राष्ट्र की प्रगति!”

महिला मंच महिलाओं के अधिकारों की रक्षा, उनके आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक उत्थान पर केंद्रित है। हम महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम और योजनाएँ चलाते हैं।

सांस्कृतिक मंच

“संस्कृति की पहचान, राष्ट्र की शान!”

यह मंच भारतीय संस्कृति, परंपराओं और विरासत को संजोने और बढ़ावा देने का कार्य करता है। हम कला, संगीत, नृत्य, साहित्य और लोक परंपराओं को संरक्षित करने के लिए विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं।

युवा मंच

“युवा शक्ति, देश की भक्ति!”

यह मंच युवाओं को नेतृत्व, नवाचार और राष्ट्र निर्माण की दिशा में प्रेरित करता है। शिक्षा, रोजगार और उद्यमिता के अवसरों को बढ़ावा देकर, हम युवाओं को भारत के उज्ज्वल भविष्य के निर्माण में योगदान देने के लिए सक्षम बनाते हैं।

farmer-holds-rice-hand

किसान मंच

“कृषि समृद्धि, देश की उन्नति!”

 किसान मंच किसानों की समस्याओं को हल करने, उन्हें आधुनिक तकनीकों से जोड़ने और उनके अधिकारों की रक्षा करने के लिए कार्य करता है। हम कृषि क्षेत्र में सुधार लाने और किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रयासरत हैं।

शिक्षक मंच
“शिक्षा की रोशनी, उज्ज्वल भविष्य की गारंटी!”

यह मंच शिक्षकों के अधिकारों की रक्षा करने, शिक्षा प्रणाली में सुधार लाने और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। हम शिक्षकों की भूमिका को सशक्त बनाकर समाज के निर्माण में उनका योगदान सुनिश्चित करते हैं।

छात्र मंच

“ज्ञान ही शक्ति है, शिक्षा ही भविष्य है!”

छात्र मंच विद्यार्थियों को शिक्षा, करियर मार्गदर्शन और नेतृत्व कौशल विकसित करने में सहायता करता है। हम छात्रों को राष्ट्रीय निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करते हैं।

मजदूर मंच

“मजदूरों का सम्मान, देश का अभिमान!”

यह मंच मजदूरों के अधिकारों की रक्षा करने, उनके जीवन स्तर को सुधारने और उन्हें बेहतर वेतन और सुविधाएँ दिलाने के लिए कार्य करता है। हमारा उद्देश्य मजदूर वर्ग को सशक्त बनाना और उनके योगदान को सम्मान देना है।

अल्पसंख्यक मंच

“समानता का अधिकार, विकास की राह!”

अल्पसंख्यक मंच सभी समुदायों के अधिकारों की रक्षा करने और उनके सशक्तिकरण के लिए कार्य करता है। हमारा उद्देश्य सौहार्द्र, समानता और भाईचारे की भावना को बढ़ावा देना है ताकि हर व्यक्ति को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक क्षेत्र में समान अवसर मिल सकें।

सैनिक मंच
देश के रक्षक, समाज के पथप्रदर्शक

हमारे पूर्व सैन्यकर्मियों, सैनिकों के परिवारों और देशभक्त युवाओं के सम्मान, समर्थन और संगठन के लिए समर्पित एक मंच है। यह मंच उनके अनुभव, अनुशासन और देशप्रेम को राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का अवसर देता है।

WhatsApp Image 2025-04-12 at 12.17.03

चालक मंच

देश की रफ्तार, RNVP के साथ

देश के सभी ट्रक ड्राइवर्स, ऑटो चालकों, कैब/टैक्सी चालकों और परिवहन कर्मियों के सम्मान और हितों के लिए RNVP द्वारा बनाया गया मंच है। यह मंच उनके अधिकार, सुरक्षा और सामाजिक कल्याण की दिशा में कार्य करता है।

विजन (Vision)

राष्ट्रीय नारायणवादी विकास पार्टी

भारत को एक सनातन-प्रधान, आत्मनिर्भर और समृद्ध राष्ट्र बनाना, जहाँ आध्यात्मिकता, संस्कृति और आधुनिक विकास का संतुलित समावेश हो। समाज में समानता, न्याय और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देना, जिससे भारत विश्वगुरु के रूप में पुनः स्थापित हो सके।

मिशन (Mission)

राष्ट्रीय नारायणवादी विकास पार्टी

सनातन संस्कृति की रक्षा: भारतीय संस्कृति, परंपराओं और धार्मिक मूल्यों को संरक्षित और प्रचारित करना।

 

शिक्षा एवं संस्कार: नई पीढ़ी को भारतीय शिक्षा प्रणाली और नैतिक मूल्यों से जोड़ना, जिससे वे आत्मनिर्भर और संस्कारी नागरिक बनें।
 
राष्ट्रवाद को बढ़ावा: देश की संप्रभुता, सुरक्षा और अखंडता को प्राथमिकता देना और राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखना।
 
आर्थिक विकास: स्वदेशी उद्योगों, कृषि और नवीन तकनीकों को बढ़ावा देना, जिससे भारत आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सशक्त बन सके।
 
सामाजिक न्याय: समाज के हर वर्ग को समान अवसर प्रदान करना और वंचित वर्गों के उत्थान के लिए नीतियाँ बनाना।
 
पर्यावरण संरक्षण: प्राकृतिक संसाधनों का सतत् उपयोग और पर्यावरण संरक्षण के लिए ठोस कदम उठाना।
 
सशक्त शासन प्रणाली: पारदर्शी, उत्तरदायी और भ्रष्टाचार-मुक्त प्रशासन स्थापित करना।

मूल्य (Values)

राष्ट्रीय नारायणवादी विकास पार्टी

 
सनातन धर्म सर्वोपरि – सभी नीतियों और कार्यों में सनातन धर्म की प्राथमिकता।

✔ राष्ट्रप्रेम – भारत की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए समर्पण।

✔ सद्भावना और एकता – समाज के सभी वर्गों के बीच भाईचारे और एकता को बढ़ावा देना।

✔ ईमानदारी और पारदर्शिता – शासन और सामाजिक कार्यों में नैतिकता और जवाबदेही बनाए रखना।

✔ सेवा भाव – जनता की सेवा करना और जनकल्याण को प्राथमिकता देना।

आओ सब मिलकर कदम बढ़ाएं

नव उर्जा से देश सजाएं।
नारायण परिवार को लाएं
जन-जन के घर दीप जलाएं
आओ सब मिलकर कदम बढ़ाएं,

नई रोशनी नया सबेरा
घर घर में फैले उजियारा
हर हाथों को काम दिलाएं
आओ सब मिलकर कदम बढ़ाएं,

आँख अकिंचन के सपने, हो
टीम भावना भी अपनें हो
भविष्यकाल की राह सजाएं
आओ सब मिलकर कदम बढ़ाएं,

 जन जन का नित रहे विकास,
हर दिल में होगा विश्वास।
संगठित होकर राह बनाएं
आओ सब मिलकर कदम बढ़ाएं,

मिलकर चलें, संग हम आगे,
रोटी, कपड़ा हर घर साज़े
उद्देश्य बनाकर साज़ सजायें
आओ सब मिलकर कदम बढ़ाएं,

खुशहाली घर घर में होगा
जन-जन के संग, का प्रण होगा
नयी रोशनी द्वार सजाएं
आओ सब मिलकर कदम बढ़ाएं,

भोला नाथ तिवारी (मूढ़न्य – पूर्वांचली)

उच्च स्तरीय संसदीय कार्यकारिणी (21-पद)

(High Level Parliamentary Executive)

क्रमांकपदसंख्याज़िम्मेदारी / विभागरिक्त पद
1अध्यक्ष (President)1संपूर्ण कार्यकारिणी की देखरेख
2उपाध्यक्ष (Vice President)1अध्यक्ष की अनुपस्थिति में संचालन
3महासचिव (General Secretary)1सभी बैठकों का आयोजन, दस्तावेज़
4सचिव (Secretary)3रोज़मर्रा का प्रशासनिक कार्य
5कोषाध्यक्ष (Treasurer)1वित्तीय प्रबंधन और लेखा जोखा
6प्रचार प्रमुख (PR Head)1प्रचार-प्रसार और जनसंपर्क
10सदस्य (Member)13विविध कार्यों में सहायता

राष्ट्रीय कार्यकारिणी – (151- पद)

Rastriya Karyakarini (National Executive Body)

क्रमांकपदसंख्याज़िम्मेदारी / विभागरिक्त पद
1राष्ट्रीय अध्यक्ष (President)1संपूर्ण कार्यकारिणी की देखरेख
2राष्ट्रीय उपाध्यक्ष (Vice President)15अध्यक्ष की अनुपस्थिति में संचालन
3राष्ट्रीय महासचिव (General Secretary)25सभी बैठकों का आयोजन, दस्तावेज़
3राष्ट्रीय महासचिव संगठन (General Secretary - Organization)1संगठन संबंधित कार्यों की देखरेख
4राष्ट्रीय सचिव (Secretary)40रोज़मर्रा का प्रशासनिक कार्य
5राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष (Treasurer)1वित्तीय प्रबंधन और लेखा जोखा
6राष्ट्रीय संगठन मंत्री (Organization Minister)8संगठनात्मक गतिविधियों का संचालन
10राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य (Executive Member)60विविध कार्यों में सहायता

प्रदेश कार्यकारिणी – (101- पद)

State Karyakarini (State Executive Body)

क्रमांकपदसंख्याज़िम्मेदारी / विभागरिक्त पद
1प्रदेश अध्यक्ष (President)1संपूर्ण कार्यकारिणी की देखरेख
2प्रदेश उपाध्यक्ष (Vice President)10अध्यक्ष की अनुपस्थिति में संचालन
3प्रदेश महासचिव (General Secretary)15सभी बैठकों का आयोजन, दस्तावेज़
4प्रदेश महासचिव संगठन (General Secretary - Organization)1संगठन संबंधित कार्यों की देखरेख
5प्रदेश सचिव (Secretary)20रोज़मर्रा का प्रशासनिक कार्य
6प्रदेश कोषाध्यक्ष (Treasurer)1वित्तीय प्रबंधन और लेखा जोखा
7प्रदेश संगठन मंत्री (Organization Minister)5संगठनात्मक गतिविधियों का संचालन
8प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य (Executive Member)48विविध कार्यों में सहायता

जिला कार्यकारिणी – (51- पद)

District Karyakarini (District Executive Body)

क्रमांकपदसंख्याज़िम्मेदारी / विभागरिक्त पद
1जिला अध्यक्ष (President)1संपूर्ण कार्यकारिणी की देखरेख
2जिला उपाध्यक्ष (Vice President)10अध्यक्ष की अनुपस्थिति में संचालन
3जिला महासचिव (General Secretary)10सभी बैठकों का आयोजन, दस्तावेज़
4जिला महासचिव संगठन (General Secretary - Organization)1संगठन संबंधित कार्यों की देखरेख
5जिला सचिव (Secretary)10रोज़मर्रा का प्रशासनिक कार्य
6जिला कोषाध्यक्ष (Treasurer)1वित्तीय प्रबंधन और लेखा जोखा
7जिला संगठन मंत्री (Organization Minister)5संगठनात्मक गतिविधियों का संचालन
8जिला कार्यकारिणी के सदस्य (Executive Member)13विविध कार्यों में सहायता

विधानसभा कार्यकारिणी – (41- पद)

VIdhansabha Karyakarini (VIdhansabha Executive Body)

क्रमांकपदसंख्याज़िम्मेदारी / विभागरिक्त पद
1विधानसभा अध्यक्ष (President)1संपूर्ण कार्यकारिणी की देखरेख
2विधानसभा उपाध्यक्ष (Vice President)5अध्यक्ष की अनुपस्थिति में संचालन
3विधानसभा महासचिव (General Secretary)5सभी बैठकों का आयोजन, दस्तावेज़
4विधानसभा महासचिव संगठन (General Secretary - Organization)1संगठन संबंधित कार्यों की देखरेख
5विधानसभा सचिव (Secretary)5रोज़मर्रा का प्रशासनिक कार्य
6विधानसभा कोषाध्यक्ष (Treasurer)1वित्तीय प्रबंधन और लेखा जोखा
7विधानसभा संगठन मंत्री (Organization Minister)3संगठनात्मक गतिविधियों का संचालन
8विधानसभा कार्यकारिणी के सदस्य (Executive Member)10विविध कार्यों में सहायता

ब्लॉक कार्यकारिणी – (31- पद)

Block Karyakarini (Block Executive Body)

क्रमांकपदसंख्याज़िम्मेदारी / विभागरिक्त पद
1ब्लॉक अध्यक्ष (President)1संपूर्ण कार्यकारिणी की देखरेख
2ब्लॉक उपाध्यक्ष (Vice President)5अध्यक्ष की अनुपस्थिति में संचालन
3ब्लॉक महासचिव (General Secretary)5सभी बैठकों का आयोजन, दस्तावेज़
4ब्लॉक महासचिव संगठन (General Secretary - Organization)1संगठन संबंधित कार्यों की देखरेख
5ब्लॉक सचिव (Secretary)5रोज़मर्रा का प्रशासनिक कार्य
6ब्लॉक कोषाध्यक्ष (Treasurer)1वित्तीय प्रबंधन और लेखा जोखा
7ब्लॉक संगठन मंत्री (Organization Minister)3संगठनात्मक गतिविधियों का संचालन
8ब्लॉक कार्यकारिणी के सदस्य (Executive Member)10विविध कार्यों में सहायता